मां की ममता और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना एक बार फिर सामने आई है। एक तरफ जहां समाज में स्त्री को देवी का दर्जा दिया जाता है, तो वहीं बेटी के प्रति उसका तिरस्कार एक बार फिर सामने आया है। मामला मुरलीगंज प्रखंड के पकिलपार गांव का है। जहां सुबह करीब सात बजे शौच जाने के क्रम में किसी ग्रामीण की नजर केला बागान में फेंके एक नवजात शिशु पर पड़ी।
उसके बाद स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा मुरलीगंज स्वास्थ्य प्रबंधक को सूचना मिली कि लावारिस हालत में एक नवजात शिशु केलाबाड़ी में फेंका हुआ है। जानकारी देते हुए स्वास्थ्य प्रबंधक मो. शहाबुद्दीन ने बताया कि सूचना मिलते ही बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण किया किया गया। बताया कि जब बच्चे को लाया गया था तो बच्चा चूंकि कचरे से निकाला गया था तो बहुत गन्दा था और किसी चिड़िया के द्वारा उसके शरीर से चोंच भी मारा हुआ था।

यहां लाने के बाद पूरी साफ-सफाई के बाद बच्चे रखा गया। इसके बाद इसकी सूचना जिला स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान को दी गई। मौके पर पहुंची विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान की टीम ने आवश्यक कागजी प्रक्रिया के बाद बच्चे को अपने साथ मधेपुरा ले गई। मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक मो. शहाबुद्दीन व अन्य मौजूद थे।



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Unclaimed newborn found from Pakilpar village


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